आधुनिकता अच्छी चीज, लेकिन पुराने धरोहर बचाने होंगे- राजेश चौहान 1

लाइक शेयर कमेंट के मंच पर अब तक 15 एपिसोड पूरे हो चुके हैं जिसमें मीडिया, एजुकेशन, रेडियो, सीमेंट और समाज सेवा से जुड़े कई खास हस्तियों ने शिरकत की. इस कम्यूनिटी को आगे बढ़ाते हुए इस बार 16वीं कड़ी में हमने खेल जगत से किसी खास मेहमान को जोड़ने की कोशिश को और इस बार हमारे मेहमान रहे छत्तीसगढ़ के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर राजेश चौहान. राजेश चौहान का जन्म रांची में हुआ है. उन्होंने बतौर स्पिन गेंदबाज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने 21 टेस्ट तथा 35 एक दिवसीय मैच खेले हैं. राजेश चौहान 1990 के दशक में भारतीय स्पिन तिकड़ी की महत्वपूर्ण कड़ी थे. वेंकटपति राजू और अनिल कुंबले के साथ राजेश चौहान 90 के दशक के भारत तीसरे विशेषज्ञ स्पिनर थे. उन्होंने अपने करियर में 47 टेस्ट और 29 वनडे विकेट हासिल किए थे. सकलैन मुश्ताक की अंतिम गेंद पर 6 रन मार कर भारत को मैच जिताना आज भी लोगों के जेहन में है.  अपनी बातचीत में राजेश जी ने कई रोचक किस्सों का जिक्र किया. मसलन क्रिकेट में पदार्पण मैच में कैसा लग रहा था. ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों में क्या बात होती है. क्रिकेट ग्राउंड में विरोधी टीम के खिलाड़ियों के बीच लड़ाई के किस्से इत्यादि. वैसे भी अपने देश में क्रिकेट को एक धर्म की तरह माना जाता है और क्रिकेटर किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं होते. राजेश चौहान भी ऐसी ही शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने जीवन में स्टारडम देखा है. आइए आप भी पढ़ें उनसे बातचीत के अंश.

 

पहले मैच में दर्शकों की तरफ देखने की हिम्मत भी नहीं हो रही थी

अपने पदार्पण मैच को याद करते हुए राजेश बताते हैं कि जब वो ग्राउंड पर बैटिंग के लिए पहुंचे तो दर्शकदीर्घा में बैठे लोग चारो तरफ से शोर मचा रहे थे. ये बहुत ही रोमांचक नजारा होता है. लेकिन मैं अगर ईमानदारी से कहूं तो ये सब देखकर मैं थोड़ा नर्वस हो गया था. मेरी हिम्मत भी नहीं हो रही थी कि मैं दर्शकों की तरफ देख सकूं. क्रीज पर पहुंच कर मैंने बहुत कोशिश की कि मैं थोड़ा नार्मल रहूं और अपने खेल पर ध्यान दूं लेकिन ऐसा हुआ नहीं. मैं ज्यादा ही नर्वस था और जल्द ही आउट होकर वापस पवैलियन लौट गया.

 

मुश्ताक की गेंद पर छक्का, यादगार शॉट रहा

कराची में हुए 1997 के एक मैच में भारत को 47 ओवर में 266 रन चाहिए थे। लेकिन अंतिम ओवर में ये समीकरण जीतने के लिए 8 रन और भारत के विकेट बचे थे 2। सक़लैन मुश्ताक गेंदबाजी कर रहे थे और स्ट्राइक पर थे राजेश चौहान। पूरा स्टेडियम पाकिस्तान की जीत को लेकर आश्वस्त था। ये चुनौती और कठिन हो गयी जब चौहान स्ट्राइक पर आ गये। लेकिन चौहान ने सक़लैन मुश्ताक की योर्कर गेंद को फुलटॉस पर लेकर लेग साइड में काफी ऊँचा लम्बा शॉट मारा। गेंद दर्शकदीर्घा में जा गिरी और ये एक बेहतरीन छक्का था और चौहान इसी के साथ इस मैच के हीरो गये थे। भारत के लिए ये यादगार जीत थी।

 

मुझे आधुनिकता से परहेज नहीं लेकिन मैं पुरानी चीजों की कद्र करता हूं.

राजेश कहते हैं कि आज आधुनिकता की अंधी दौड़ में कई बार हम इस रफ्तार से आगे बढ़ते जा रहे हैं कि हम अपनी प्राचीन बेहतरीन धरोहरों को भूलाते जा रहे हैं. ये धरोहर हमारी जीवनशैली का जरूरी हिस्सा थीं. उदाहरण के तौर पर खेतों में आधुनिक दवाओं की वजह से भले ही पैदावार बढ़ गई हो लेकिन आप देखते हैं कि फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड्स का नुकसान ज्यादा हुआ है. ऐसे ही कई सेक्टर में हो रहा है. पुरानी चीजें भी अपने आप में साइंटिफिक थीं, हमें उन्हें भुलाना नहीं चाहिए. बात चाहे हेल्थ की हो या एजुकेशन की. नए दौर में आगे बढ़ने के साथ ही पुरानी बेहतरीन चीजों को सहेजना चाहिए. जब टेक्नॉलॉजी इतनी आगे नहीं आई थी तब भी पुराने महलों या कारिगरों के काम देखिए आप हैरत में पड़ जाएंगे. एक लोहार जैसा आदमी भी पुराने जमाने में बिल्कुल सही रेडियस (त्रिज्या) का चक्का बनाता था जो बैलगाड़ी में लगती थी. ऐसे कई और उदाहरण हैं.

 

आज बेहतर शिक्षा की आवश्यकता है

मेरा मानना है कि बच्चों की पर्सनॉलिटी डेवलप करनी है तो एजुकेशन सबसे अहम रोल प्ले करता है. हम देखते हैं कि आज बच्चों के पास डिग्रियां तो बहुत सारी हैं लेकिन उनके पास स्किल की कमी है. हम स्पोर्ट्स, बिजनेस, स्टडीज, हेल्थ हर सेक्टर में बहुत अच्छा कर सकते हैं लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत हमारे युवाओं को स्किल्ड बनाना होगा. और ये जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं है, समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए. हर बार सरकार और सिस्टम को दोष देने से काम नहीं चलता.

 

लाइक शेयर कमेंट में युवाओं से बातचीत का अनुभव साझा करते हुए राजेश चौहान ने इस पहल की खुले दिल से तारीफ की. उन्होंने ने कंसोल की युवा टीम के अब तक के सफर को कामयाब बताया और इस टीम के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना संदेश दिया.

https://youtube.com/watch?v=pszCdBy2SWM

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