जून के आखिरी हफ्ते में शुरू हुए लाइक शेयर कमेंट के शानदार दस एपिसोड पूरे हो गए. जिसमें अलग-अलग इंडस्ट्री से एक्सपर्ट्स ने अपने शानदार अनुभव और ज्ञान और सूचनाएं साझा कीं. नॉलेज शेयरिंग कम्यूनिटी बनाने के उद्देश्य से एक ईमानदार प्रयास का होना और उसमें लोगों के समर्थन और सहयोग से 10वीं कड़ी तक पहुंचाने को हम एक अच्छी शुरूआत मानते हैं. इसी के लिए अपने खास मेहमानों को धन्यवाद देने और आने वाले समय में लाइक शेयर कमेंट के इस मंच को और सशक्त तथा उपयोगी बनाने पर विचार करने के लिए एक मीटिंग आयोजित की गई. शहर के पंडरी में स्थित क्रॉस कनेक्शन में इस मीटिंग का आयोजन किया गया. जिसमें विशेष रूप से श्री के के नायक, श्री राहुल सिंह, श्री मोहित साहू, श्री राजेश गनोदवाले, श्री अमर लाल झांबिया और श्री प्रहलाद पटेल शामिल हुए.
सबने दिल खोलकर की तारीफ
अपनी तरह के इस अनोखे पहल की सभी खास मेहमानों ने दिल खोलकर तारीफ की. ख़ासतौर से नॉलेज शेयरिंग के लिए इंटरेक्टिव मॉडल को सभी ने पसंद किया. कंसोल की युवा टीम से बातचीत के दौरान एक्सपर्ट्स को जो अनुभव हुए वो भी उन्होंने साझा किए. इस बात की सभी ने प्रशंसा की कि लाइक शेयर कमेंट एक ओपन कम्यूनिटी के उद्देश्य से शुरू किया गया है, जिससे यह अनूठा कार्यक्रम सिर्फ कंसोलर्स तक ही सीमित न रहे बल्कि अन्य लोगों को भी इसका फायदा हो.
अगर नीयत सही है, तो आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता– के के नायक
दैनिक भास्कर के प्रबंध संपादक श्री के के नायक ने अपने विचार रखते हुए कहा कि लाइक शेयर कमेंट नॉलेज शेयरिंग के लिए एक बेहतरीन मंच साबित होगा. उन्होंने कंसोल की युवा टीम की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि आज के युवा समाज को वापस लौटाने की दिशा में भी आगे आ रहे हैं. लेकिन समाज के लिए जब भी कोई काम किया जाता है, तो सबसे अहम बात होती है नीयत. अगर नीयत सही है, तो कोई भी आपको नहीं रोक सकता. अच्छे काम में मदद के लिए लोग सामने आ ही जाते हैं.
युवाओं के साथ ही बच्चों के लिए करना होगा पहल- राहुल सिंह
छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राहुल सिंह ने कहा कि आज अगर हम युवाओं को और समर्थ, स्किल्ड बनाना चाहते हैं तो इसके लिए हमें सिर्फ कॉलेज या उसके बाद की ट्रेनिंग पर ही ध्यान नहीं देना होगा जबकि स्कूल लेवल से ही तैयारी शुरू करनी होगी. संस्कृति विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम आकार का उदाहरण लेते हुए उन्होंने कहा कि हर साल गर्मी की छुट्टियां लगते ही आकार का आयोजन रोजाना दो पाली में किया जाता है. सुबह और शाम दोनों वक्त स्कूली बच्चों की भीड़ लगी होती है, जिसमें कई तरह के आर्ट्स बच्चों को सिखाए जाते हैं. अमीर-गरीब और मध्यम वर्गीय सभी परिवारों के बच्चे एक साथ सीखते हैं और सभी बच्चे एक से बढ़कर एक कलाकारी दिखाते हैं. लेकिन स्कूल खुलते ही उन बच्चों को किताबी दुनिया से बाहर नहीं आने दिया जाता. इसलिए जरूरी है कि हम बच्चों के लिए शुरू से उनकी को-करिक्यूलर एक्टिविटीज पर ध्यान दें.
अपने प्रदेश में ही कई बेहतरीन कलाकार हुए हैं उनसे भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है- राजेश गनोदवाले
वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश गनोदवाले ने अपने सुझाव रखते हुए कहा कि प्रदेश में ही एक से बढ़ कर एक कलाकार पैदा हुए हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रौशन किया है. इनमें से कुछ लोग आज भी जीवित हैं, उनकी कला और जीवटता को संजोने के लिए नई पीढ़ी को आगे आना होगा. इसके लिए युवाओं को जोड़ने की कोशिश की जानी चाहिए. मशहूर कलाकारों की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए राजेश जी ने कहा कि कई बेहतरीन कलाकार अपने जीवन के उस पड़ाव पर पहुंच गए हैं जहां वे ज्यादा सक्रिय नहीं हैं, लेकिन उनके संघर्ष और सफलता की कहानी बहुतों के लिए प्रेरक हो सकती है. इसलिए लाइक शेयर कमेंट के मंच पर ऐसी हस्तियों को बुलाया जाना चाहिए. अपनी बात के दौरान उन्होंने विशेष रूप से मशहूर पांडवानी गायिका तीजन बाई, और कुरूद के दिव्यांग पेंटर श्री बसंत साहू का जिक्र किया.
अच्छी पहल को दूर तक ले जाने के लिए सबका सहयोग जरूरी है- अमरलाल झांबिया
क्रॉस कनेक्शन रेस्टॉरेंट के संचालक तथा रियल एस्टेट कारोबारी श्री अमर लाल झांबिया जी ने कहा कि कई बार देखने को मिलता है कि बहुत सी अच्छी पहल शुरू में तो जोश से स्टार्ट होती है लेकिन आगे जाकर उसमें उत्साह ठंडा हो जाता है. हालांकि उन्होंने कंसोल के ऊर्जावान टीम की तारीफ करते हुए कहा कि ये बहुत ही अच्छी पहल है और मुझे पूरा यकीन है कि कंसोल की काबिल टीम जिसने इस शानदार मुहिम की शुरूआत की है वो बहुत दूर तक जाएगी. उन्होंने लाइक_शेयर_कमेंट को आगे बढ़ाने के लिए अपनी तरफ से हर संभव मदद का भरोसा भी दिया.
अच्छे लोग जब मिलते हैं तो कुछ बहुत अच्छा होता है- प्रहलाद पटेल
गूंज एनजीओ से जुड़े प्रहलाद ने कहा कि जब अच्छे लोग किसी काम में जुड़ते हैं, तो वहां निश्चित ही कुछ बहुत अच्छा परिणाम देखने को मिलता है. उन्होंने सभी खास मेहमानों की तारीफ करते हुए कहा कि इतने अलग-अलग क्षेत्रों के विद्वान अब तक जुड़ चुके हैं और आने वाले समय में इस मंच से और भी कई बेहतरीन लोग जुड़ेंगे तो निश्चित ही एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा.
एक छोटी पहल को बड़ा बनाया खास मेहमानों ने- हरप्रीत सिंह ढोडी
कंसोल ग्रुप के सीईओ हरप्रीत सिंह ढोडी ने सभी मेहमानों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस मंच को शुरू करने का उद्देश्य नॉलेज शेयरिंग है. इसके लिए हमने एक छोटा सा प्रयास किया लेकिन आप सभी के सहयोग से आज इसकी दस कड़ियां संपन्न हो चुकी हैं और डिफ्रेन्ट इंडस्ट्रीज के एक्सपर्ट अब इसका हिस्सा हो चुके हैं. उन्होंने सभी ख़ास मेहमानों की तारीफ करते हुए कहा कि ये मंच आप लोगों की वजह से ही ख़ास हुआ है और इसे आगे बढ़ाने में आप सभी के मार्गदर्शन की हमेशा आवश्यकता रहेगी.