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“अगर अपने जीवन के अनुभवों के बारे में कहूँ तो मैं नहीं सोचता कि कामयाबी से आप ज़्यादा कुछ सीख सकते हैं, इसलिए इस पूरे सेशन में मैं असफलताओं पर फोकस करूंगा.” और इस तरह श्री राजीव रॉय, 36 इंक. के सीईओ (छत्तीसगढ़ राज्य के स्टार्टअप इनक्यूबेटर) ने लाइक-शेयर-कमेंट के सिल्वर जुबली एपिसोड में अपनी बात शुरू की. ये बहुत ही प्रेरक, उत्साहवर्धक और विचारों को झकझोर देने वाला सेशन रहा जिसने सेशन में शामिल लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया.
सेशन के शुरूआती भाग में, श्री रॉय ने उपस्थित लोगों से जीवन में उनकी प्राथमिकताओं के बारे में कुछ सवाल किए और यह भी पूछा कि सफलता उनके लिए क्या है ? लोगों की राय जानने के बाद, श्री रॉय ने अपना नजरिया लोगों के सामने रखते हुए बताया कि उनकी प्राथमिकताओं में सबसे पहले परिवार की देखभाल, हर दिन कुछ नया सीखना और फ़िर है ट्रेवलिंग, देश-विदेश घूमकर नए रोचक अनुभव प्राप्त करना. जीवन में कामयाबी के बारे में उनका मानना है कि हम जी रहे हैं, यह भी अपने आप में एक सफलता की तरह है. इसके साथ ही वे अपने प्री-मैच्योर बर्थ यानी समय से पहले पैदा होने की बात को भी जोड़ते हैं. इस बात के साथ सभी लोगों के लिए उनका यही सन्देश था कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में प्राथमिकताएं तय करनी चाहिए क्योंकि यह आपके ज़िन्दा होने को सार्थक बनाता है.
इस सेशन में श्री रॉय ने अपना व्यावसायिक सफ़र भी सभी से साझा किया. उन्होंने बताया कि कैसे एक आन्त्रप्रेन्योर के रूप में उन्होंने इस सफ़र की शुरुआत की, नुकसान जो उन्हें इस सफ़र में उठाने पड़े, उन्होंने क्या सीखा और 36 इंक. में अपनी वर्तमान नौकरी. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उनके माता–पिता ने निजी जीवन में चल रहे बुरे समय में उनका साथ दिया.
सेशन के अंतिम भाग में, उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली में बदलाव किए जाने के बारे में अपने विचार साझा किए. इस प्रेरक, शिक्षाप्रद और मनोरंजक सेशन की समाप्ति श्री रॉय को मोमेंटो देकर एवं स्मृति चिन्ह के रूप में ग्रुप फोटो के साथ हुई.